13 अप्रैल 1919 की तारीख भारत के इतिहास में मायने रखती है. ब्रिटिश सरकार के रॉलेट एक्ट के विरोध में जलियांवाला बाग में इसी दिन एक सभा की गई थी. जनरल डायर के हुक्म पर यहां भीड़ पर चलाई गई गोलियों में कई लोग मारे गए और जख्मी हुए. जलियांवाला बाग की घटना को 100 साल से ऊपर हो चुके हैं. और जलियांवाला बाग के 100 वर्ष पूरे होने पर इसका नवीनीकरण किया गया था. जलियांवाला बाग परिसर के जीर्णोद्वार ने इसका रूप बदल दिया है. नवीनीकरण पर लगातार चर्चा और बहस हो रही है. वीडियो: रविंदर सिंह रॉबिन, बीबीसी के लिए एडिटिंग: निमित वत्स